Wednesday, December 1, 2010

महात्मा गांधी एक घरेलू जानवर


कभी एक विद्यार्थी अंग्रेजी की परीक्षा देने गया ।परीक्षा में एक निबंध अनिवार्यतः लिखने के लिये कहा जाता था । वह 'काऊ' पर निबंध रटकर गया ।लेकिन परीक्षा में महात्मा गांधी पर निबंध लिखने के लिये कहा गया था । विद्यार्थी ने हिम्मत नहीं हारी । उसने काऊ की जगह महात्मा गांधी लिख दिया । उसके निबंध का पहला वाक्य निम्नवत बना-महात्मा गांधी इज ए डोमेस्टिक एनिमल । यह वाक्य मेरी स्मृति में टँककर रह गया । सचमुच महात्मा गांधी को जो चाहे दुह रहा है । मेरे पिता गाय दुहने में कुशल थे । कोई कोई गायें उछलती थीं । उनकी पिछली टाँगें बाँधकर दुहते थे । जहाँ कहीं यह गाय काबू में नहीं आती उसकी पिछली टाँगें बाँध दी जा ती हैं । अगर कभी वर्धा जाइये तो इस रूपक का अर्थ स्पष्ट हो जाएगा । सब लोग गांधी को बाँधकर दुह रहे हैं । कहीं कहीं तो इंजेक्शन लगाकर जबर्दस्ती ।

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